भारतीय नागरिकों के लिए आधार कार्ड एक अनिवार्य दस्तावेज़ बन चुका है, जिसका उपयोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर बैंकिंग और टेलीकॉम सेवाओं तक में किया जाता है। हालांकि, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने हाल ही में दो प्रमुख आधार सेवाओं को बंद कर दिया है, जिससे नागरिकों पर प्रभाव पड़ने वाला है।
Address Validation Letter से पता नहीं कर पाएंगे अपडेट
पहली सेवा जिसे बंद किया गया है वह है ‘Address Validation Letter’ के जरिए आधार कार्ड में पता अपडेट कराने की सुविधा। यह सुविधा विशेषकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण थी जो किराए पर रहते हैं या जिनके पास स्थायी निवास का प्रमाण नहीं है। UIDAI के इस निर्णय से ऐसे लोगों को अपना पता अपडेट कराने में कठिनाई हो सकती है।
आधार रीप्रिंट सर्विस भी खत्म कर दी
दूसरी सेवा जो बंद की गई है वह है आधार कार्ड का ‘रीप्रिंट’। पहले आधार कार्ड धारक अपने क्षतिग्रस्त या खो जाने पर अपने कार्ड का दोबारा प्रिंट आर्डर कर सकते थे। अब, UIDAI ने इस सेवा को बंद कर दिया है और PVC आधार कार्ड का विकल्प प्रदान किया है, जो कि डेबिट कार्ड के समान आकर्षक होता है और इसके लिए ₹50 का शुल्क लगता है।
आधार धारकों को अब अपने पते को अपडेट करने के लिए वैलिड दस्तावेजों की सूची में से किसी एक दस्तावेज का उपयोग करना होगा, जिसे UIDAI की वेबसाइट पर जारी किया गया है uidai.gov.in/images/commdoc/valid_documents_list.pdf। इसके अलावा, UIDAI ने सार्वजनिक रूप से इस परिवर्तन के बारे में जानकारी दी है ।
आप पर क्या असर पड़ सकता है
UIDAI द्वारा किए गए आधार कार्ड से जुड़ी दो महत्वपूर्ण सेवाओं को बंद करने से कई प्रकार के प्रभाव पड़ेंगे:
- पते के अपडेट में कठिनाई: आधार कार्ड में पते को अपडेट करने के लिए ‘Address Validation Letter’ की सुविधा बंद कर देने से विशेषकर उन लोगों को समस्या हो सकती है जिनके पास पते के वैध दस्तावेज नहीं हैं, जैसे कि किराएदार या नए शहर में प्रवासी कामगार। इससे उन्हें अपना पता आधिकारिक रूप से अपडेट करवाने में काफी परेशानी हो सकती है।
- रीप्रिंट सेवा का बंद होना: पहले जहां आधार कार्ड के खो जाने या क्षतिग्रस्त होने पर नागरिक दोबारा रीप्रिंट करवा सकते थे, अब उन्हें नए प्रारूप में PVC आधार कार्ड के लिए आवेदन करना पड़ेगा, जिसके लिए ₹50 का शुल्क देना होगा।
- आधार अपडेशन के लिए नई व्यवस्था: पहले की तुलना में, अब आधार धारकों को अपने पते या अन्य जानकारियों को अपडेट करने के लिए अधिक सख्त और सीमित विकल्पों का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए उन्हें वैलिड दस्तावेजों की सूची में से दस्तावेज प्रदान करने होंगे, जो कि कभी-कभी प्राप्त करना कठिन हो सकता है।
- ऑनलाइन सुविधा में कटौती: इन सेवाओं के बंद होने से डिजिटल तकनीक के माध्यम से आधार कार्ड में सुधार और अपडेट की सुविधा में ज्यादा समय और दस्तावेज चाहिए होंगे।
इन बदलावों के साथ, UIDAI अपनी सेवाओं को और भी अधिक कुशल बनाने का प्रयास कर रहा है, जिससे नागरिकों को अपने आधार कार्ड का उपयोग करने में अधिक सुविधा हो।