
आधार (Aadhaar) आज के समय में हर सरकारी स्कीम, होटल और फ्लाइट बुकिंग, और मोबाइल सिम कार्ड लेने जैसी सेवाओं में आवश्यक हो गया है। लेकिन, इसके बढ़ते उपयोग के साथ जालसाजी का खतरा भी बढ़ा है। अगर आपका आधार नंबर किसी गलत हाथ में पहुंच जाए, तो आपकी निजी जानकारी लीक होने का खतरा होता है। इसी वजह से जानकार मास्क आधार (Masked Aadhaar) के इस्तेमाल की सलाह देते हैं, जो आपकी जानकारी को गुप्त रखने का प्रभावी तरीका है।
मास्क आधार क्या है और क्यों है जरूरी?
मास्क आधार की खासियत यह है कि इसमें आपके आधार नंबर के शुरुआती आठ अंकों को छिपा दिया जाता है और केवल आखिरी चार अंक ही दिखाए जाते हैं। यह भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा पूरी तरह वैध माना गया है और इसका उपयोग सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में किया जा सकता है। मास्क आधार आपकी संवेदनशील जानकारी जैसे पता और आधार नंबर को सार्वजनिक होने से बचाने का एक सुरक्षित माध्यम है।
हालांकि, बैंकिंग, इंश्योरेंस या ऐसी सेवाएं जहां पूरे आधार नंबर की आवश्यकता होती है, वहां मास्क आधार काम नहीं करेगा।
मास्क आधार कैसे डाउनलोड करें?
मास्क आधार डाउनलोड करना बेहद सरल है। नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- सबसे पहले आपको यूआईडीएआई (UIDAI) की वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा।
- वेबसाइट पर दिए गए विकल्प में आधार नंबर, पंजीकरण संख्या या वर्चुअल आईडी दर्ज करें। इसके बाद ओटीपी (OTP) जनरेट करें।
- आपको यह विकल्प दिखेगा कि आप आधार को मास्क करना चाहते हैं या नहीं। इस पर क्लिक करें।
- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को दर्ज कर वेरिफाई करें।
- वेरिफिकेशन के बाद “डाउनलोड” विकल्प पर क्लिक करें और आपका मास्क आधार सुरक्षित रूप से डाउनलोड हो जाएगा।
मास्क आधार का उपयोग कहां करें?
मास्क आधार उन जगहों पर उपयोगी है जहां आपको आधार नंबर की पुष्टि के लिए दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है, लेकिन पूरी जानकारी देने की अनिवार्यता नहीं होती। यह होटल चेक-इन, फ्लाइट बुकिंग, सिम कार्ड लेने जैसी सामान्य सेवाओं के लिए आदर्श विकल्प है।
मास्क आधार: सुरक्षा का नया आयाम
UIDAI द्वारा विकसित मास्क आधार तकनीक ने आधार कार्ड को उपयोगी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। यह आपकी निजी जानकारी को छिपाकर न केवल आपको संभावित धोखाधड़ी से बचाता है, बल्कि डिजिटल इंडिया की सोच को और अधिक सशक्त बनाता है।