
भारतीय नागरिकता साबित करने के लिए अब आधार कार्ड या पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों को वैध प्रमाण नहीं माना जाएगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये दस्तावेज़ केवल पहचान और वित्तीय उद्देश्यों के लिए मान्य हैं, लेकिन नागरिकता की पुष्टि के लिए इनकी वैधता समाप्त कर दी गई है। यह बदलाव ऐसे समय में आया है जब अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर देश में बहस तेज है और प्रशासनिक सतर्कता पहले से अधिक सक्रिय हो चुकी है।
यह भी देखें: पैन-आधार लिंक नहीं किया? हो सकता है भारी नुकसान! अभी जानें पूरी डिटेल्स!
कौनसे दस्तावेज़ माने जाएंगे नागरिकता का वैध प्रमाण
अब नागरिकता साबित करने के लिए केवल वे दस्तावेज़ मान्य होंगे जो जन्म या स्थायी निवास को दर्शाते हैं। इनमें सबसे प्रमुख है जन्म प्रमाण पत्र, जो किसी मान्यता प्राप्त सरकारी निकाय द्वारा जारी किया गया हो। इसके अलावा, डोमिसाइल सर्टिफिकेट भी नागरिकता का प्रमाण माना जाएगा, जिसे राज्य सरकार या केंद्र शासित प्रदेश की अधिकृत संस्था द्वारा जारी किया गया हो। इन दोनों दस्तावेजों के बिना नागरिकता की पुष्टि संभव नहीं मानी जाएगी, भले ही किसी व्यक्ति के पास आधार, पैन, राशन कार्ड या पासपोर्ट क्यों न हो।
यह भी देखें: आधार कार्ड में कितनी बार बादल सकते हैं उम्र और नाम? यहाँ जाने अपडेट को लेकर UIDAI के क्या है नियम?
पहचान बनाम नागरिकता: बड़ा अंतर
आधार और पैन कार्ड की उपयोगिता को नकारा नहीं जा सकता, क्योंकि ये बैंकिंग, टैक्सेशन और सरकारी योजनाओं के लिए अनिवार्य हैं। लेकिन ये दस्तावेज़ केवल व्यक्ति की पहचान सिद्ध करते हैं, न कि उसकी नागरिकता। यही वजह है कि अब पासपोर्ट, वोटर ID, या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज़ भी नागरिकता के निर्णायक प्रमाण नहीं माने जाएंगे जब तक कि उनके साथ जन्म या डोमिसाइल का दस्तावेज़ न हो।
यह भी देखें: आपके नाम पर लोन घोटाला? अभी चेक करें, कहीं आप स्कैम के शिकार तो नहीं!
नागरिकों के लिए जरूरी तैयारी
यदि आपने अब तक जन्म प्रमाण पत्र या डोमिसाइल प्रमाण पत्र नहीं बनवाया है, तो यह सही समय है कि आप इसे बनवाने की प्रक्रिया शुरू करें। विशेष रूप से उन लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है जो पासपोर्ट के लिए आवेदन करना चाहते हैं, सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं या किसी कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं। यह दस्तावेज़ स्थानीय नगर निगम, ग्राम पंचायत या जिला प्राधिकरण से प्राप्त किए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए समय और दस्तावेज़ों की पूर्णता आवश्यक है।