Aadhaar कार्ड बनवाते समय की ये गलती पड़ सकती है भारी! जुर्माना तो लगेगा ही, हो सकती है जेल भी

Aadhaar कार्ड बनवाते समय की गई एक आम सी गलती आपके लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है! सिर्फ जुर्माना ही नहीं, जेल तक की नौबत भी आ सकती है। इसलिए अगर आप भी नया Aadhaar बनवा रहे हैं, या उसमें कुछ अपडेट करवा रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। जानें क्या है, वो चूक जिससे बचना है जरूरी!

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By Nishant
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Aadhaar कार्ड बनवाते समय की ये गलती पड़ सकती है भारी! जुर्माना तो लगेगा ही, हो सकती है जेल भी
Aadhaar कार्ड बनवाते समय की ये गलती पड़ सकती है भारी! जुर्माना तो लगेगा ही, हो सकती है जेल भी

आज के डिजिटल भारत में आधार कार्ड (Aadhaar Card) महज एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि एक अनिवार्य दस्तावेज बन चुका है। बैंक खाता खोलना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो, या फिर नया सिम कार्ड लेना हो हर जगह आधार की जरूरत पड़ती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि आधार बनवाते समय की गई एक छोटी सी गलती भी आपको जेल की हवा खिला सकती है? जी हां, अगर आपने जानबूझकर गलत जानकारी दी है, या किसी और के आधार का इस्तेमाल किया है, तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है, और इसके साथ-साथ भारी जुर्माने का भी सामना करना पड़ सकता है।

आधार में गलत जानकारी देना है कानूनी अपराध

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने स्पष्ट नियम बनाए हैं, जो आधार कार्ड में जानबूझकर गलत जानकारी देने को अपराध की श्रेणी में रखते हैं। अगर आप आधार नामांकन या अपडेट के दौरान गलत नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर या बायोमेट्रिक जानकारी दर्ज करते हैं, तो यह कानूनन दंडनीय अपराध है।

इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर आधार कार्ड बनवाता है, या किसी दूसरे व्यक्ति की पहचान का दुरुपयोग करता है, तो उस पर भी कार्रवाई तय है। UIDAI ऐसे मामलों में बिल्कुल सख्त रवैया अपनाता है।

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तीन साल की जेल और भारी जुर्माना

आधार अधिनियम (Aadhaar Act) के तहत, अगर कोई व्यक्ति नामांकन या अपडेट के दौरान जानबूझकर गलत जन सांख्यिकीय या बायोमेट्रिक जानकारी देता है, तो उसे अधिकतम तीन साल की सजा और ₹10,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं, अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी और के आधार कार्ड का उपयोग करता है, तो यह और गंभीर अपराध माना जाता है। ऐसे मामलों में तीन साल तक की सजा के साथ ₹10,000 से ₹1 लाख तक का जुर्माना लग सकता है।

बिना अनुमति आधार की जानकारी रखना भी जुर्म

UIDAI के नियमों के अनुसार, अगर आप किसी अन्य व्यक्ति की आधार से जुड़ी जानकारी उसकी अनुमति के बिना अपने पास रखते हैं या उसे साझा करते हैं, तो यह भी एक गंभीर अपराध है। इसके लिए भी तीन साल की जेल और जुर्माने का प्रावधान है।

UIDAI एजेंसी बनकर धोखाधड़ी करना

अगर कोई व्यक्ति या संस्था खुद को UIDAI की अधिकृत एजेंसी बताकर आधार डेटा एकत्र करती है, तो यह एक बड़ा अपराध है। ऐसे में दोषी व्यक्ति को तीन साल तक की जेल और ₹10,000 जुर्माना, और अगर ये कार्य किसी कंपनी के माध्यम से किया गया है, तो उस पर ₹1 लाख तक का जुर्माना लग सकता है।

CIDR डेटाबेस से छेड़छाड़ पर सबसे कड़ी सजा देना

आधार का पूरा डेटा सेंट्रल आइडेंटिटीज डेटा रिपॉजिटरी (CIDR) में संग्रहित रहता है। अगर कोई इस डेटा से छेड़छाड़ करता है या हैकिंग की कोशिश करता है, तो उसे 10 साल तक की सजा और ₹10 लाख तक का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।

कैसे बचें कानूनी पचड़ों से?

अगर आप इन जटिलताओं से बचना चाहते हैं तो कुछ बेहद जरूरी सावधानियां अपनाना आवश्यक हैं। फॉर्म भरते समय हमेशा सही जानकारी दें, किसी भी तरह के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल न करें और न ही किसी और के आधार का उपयोग करें। इसके अलावा, किसी की आधार जानकारी को बिना उसकी अनुमति के अपने पास रखना या साझा करना भी खतरनाक हो सकता है।

आधार फ्रॉड से बचाव कैसे करें?

  • अपने आधार की बायोमेट्रिक जानकारी (Biometric Data) को लॉक करके रखें। यह सुविधा UIDAI की वेबसाइट और Aadhaar ऐप दोनों पर उपलब्ध है।
  • हमेशा कन्फर्म करें, कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो, ताकि किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत मिल सके।
  • जहां संभव हो, वहां मास्क्ड आधार (Masked Aadhaar) का उपयोग करें, ताकि पूरी आधार संख्या सार्वजनिक न हो।
  • अगर आपको किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत UIDAI के टोल-फ्री नंबर 1947 पर कॉल करें।

आधार कार्ड से रिलेटिड अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: अगर आधार में गलती अनजाने में हो गई है तो क्या सजा होगी?

Ans: अनजाने में हुई गलती पर आमतौर पर सजा नहीं होती। आप सही दस्तावेजों के साथ नजदीकी आधार केंद्र पर जाकर इसे ठीक करवा सकते हैं।

Q2: आधार कार्ड खो जाने पर क्या करें?

Ans: UIDAI की वेबसाइट या ऐप के जरिए तुरंत बायोमेट्रिक डेटा लॉक करें, और नया पीवीसी कार्ड ऑर्डर करें।

Q3: क्या हर जगह आधार नंबर देना सुरक्षित है?

Ans: नहीं, हर किसी को आधार नंबर देना ठीक नहीं। जरूरी हो तभी दें और मास्क्ड आधार का प्रयोग करें।

Q4: किसी और के नाम पर सिम चल रहा है, तो क्या करें?

Ans: तुरंत टेलीकॉम ऑपरेटर और UIDAI को सूचित करें और शिकायत दर्ज कराएं।

Q5: मृत व्यक्ति के आधार का क्या किया जाए?

Ans: UIDAI की वेबसाइट पर जाकर मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ आवेदन कर मृत व्यक्ति का आधार निष्क्रिय करवाएं।

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