भारत में आधार कार्ड केवल पहचान पत्र नहीं, बल्कि एक बहुउपयोगी दस्तावेज बन गया है। अब इसे ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू (Driving Licence Renew) करवाने और गाड़ी का अस्थाई रजिस्ट्रेशन (Temporary Registration) कराने जैसे कार्यों में भी उपयोग किया जा सकता है। सरकार ने आधार आधारित कॉन्टेक्टलेस सेवाएं शुरू कर दी हैं, जो आरटीओ के चक्कर लगाने की जरूरत को खत्म कर रही हैं।
20 साल के लाइसेंस की रिन्यू प्रक्रिया अब आसान
परिवहन विभाग द्वारा जारी किया गया हर ड्राइविंग लाइसेंस 20 साल की वैधता के साथ आता है। समयावधि खत्म होने पर इसे रिन्यू कराना आवश्यक होता है। पहले यह प्रक्रिया जटिल और समय-साध्य थी। RTO कार्यालय जाकर लंबी कतारों का सामना करना पड़ता था। अब, आधार ऑथेंटिकेशन (Aadhaar Authentication) के माध्यम से घर बैठे ही लाइसेंस रिन्यू किया जा सकता है।
यह केवल लाइसेंस रिन्यू करने तक सीमित नहीं है। आधार कार्ड की मदद से डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने और अन्य महत्वपूर्ण परिवहन सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
कॉन्टैक्टलेस सर्विस की शुरुआत
4 मार्च को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने आधार वेरिफिकेशन के जरिए कॉन्टैक्टलेस सेवाएं शुरू कीं। इससे आरटीओ कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ कम होगी और नागरिकों का समय और ऊर्जा बचेगी। खासकर कोविड-19 काल में यह पहल अत्यंत सहायक साबित हुई है।
सेवाएं जो अब घर बैठे उपलब्ध हैं
- लर्निंग लाइसेंस: नए ड्राइवरों के लिए लर्निंग लाइसेंस बनवाने का कार्य अब बेहद आसान हो गया है।
- ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्यूअल: बिना ड्राइविंग टेस्ट की आवश्यकता वाले लाइसेंस रिन्यू कराने का प्रावधान।
- डुप्लीकेट लाइसेंस: खोए या क्षतिग्रस्त लाइसेंस के लिए आवेदन।
- ड्राइविंग लाइसेंस या आरसी में पता बदलना: घर बैठे इस सेवा का लाभ उठाएं।
- इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट: अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए परमिट प्राप्त करना।
- गाड़ी का अस्थाई रजिस्ट्रेशन: नई गाड़ी खरीदने के बाद अस्थाई रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया जा सकता है।
- रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में एनओसी के लिए आवेदन: रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण के लिए एनओसी प्राप्त करना।
नया युग, नई प्रक्रिया
यह नई प्रणाली न केवल नागरिकों की सुविधा को प्राथमिकता देती है, बल्कि सरकारी प्रक्रियाओं को पारदर्शी और तेज बनाती है। आधार कार्ड ने दस्तावेज़ीय कार्यों को डिजिटल युग में प्रवेश दिलाया है।