भारत सरकार ने पैन कार्ड (PAN Card) की सुरक्षा और उपयोगिता को बढ़ाने के लिए एक नई तकनीकी सुविधा जोड़ी है। अब पैन कार्ड पर क्यूआर कोड (QR Code) उपलब्ध होगा, जो डिजिटल सत्यापन को और अधिक सुरक्षित और आसान बनाएगा। इस नई सुविधा के तहत, पैन कार्ड को 24 घंटे के भीतर ई-मेल पर डाउनलोड किया जा सकता है, जबकि प्लास्टिक कार्ड प्राप्त करने के लिए 50 रुपये का शुल्क देना होगा।
क्यूआर कोड से सुसज्जित PAN Card
सरकार द्वारा पैन कार्ड के सुरक्षा फीचर्स को उन्नत करते हुए क्यूआर कोड जोड़ने का फैसला लिया गया है। इस क्यूआर कोड में कार्डधारक की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पैन नंबर, और अन्य विवरण एन्क्रिप्टेड रूप में स्टोर किए जाते हैं। यह जानकारी डिजिटल सत्यापन के दौरान कुछ ही सेकंड में पढ़ी जा सकती है। यह सुविधा पैन कार्ड की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्लास्टिक पैन कार्ड के लिए शुल्क का विवरण
यदि आपको ई-मेल के जरिए डिजिटल पैन कार्ड चाहिए, तो इसे आप मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं। हालांकि, यदि आपको प्लास्टिक कार्ड की आवश्यकता है, तो इसके लिए 50 रुपये का शुल्क देना होगा। यह शुल्क केवल भारत में पते पर डिलीवरी के लिए लागू है। विदेश में डिलीवरी के लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना होगा।
PAN Card के डिजिटल संस्करण के लाभ
क्यूआर कोड वाले नए पैन कार्ड को डिजिटली एडवांस बनाया गया है। यह कार्ड अब आधार कार्ड की तरह एक डिजिटल पहचान प्रमाण के रूप में भी मान्य होगा। इसमें कार्डधारक की सभी महत्वपूर्ण जानकारी सुरक्षित रूप से संग्रहीत की जाती है। इसके अलावा, यह पैन कार्ड केवाईसी (Know Your Customer) प्रक्रियाओं के लिए उपयोगी होगा और पते के प्रमाण के रूप में मान्य होगा।
PAN 2.0: एक नई पहचान प्रणाली
नया पैन 2.0 कार्ड भविष्य में एक यूनिवर्सल पहचान संख्या (UID) के रूप में विकसित हो सकता है। यह पहचान पत्र टैक्स फाइलिंग, जीएसटी रजिस्ट्रेशन, और कर से संबंधित अन्य सेवाओं को सरल बनाएगा। इसके साथ ही, यह पैन कार्ड टैक्स डिडक्शन एंड कलेक्शन अकाउंट नंबर (TAN) जैसी अन्य पहचान आवश्यकताओं को भी समाप्त कर देगा।
पैन कार्ड का आधार से लिंक होना अनिवार्य
नए पैन कार्ड के साथ आधार कार्ड को लिंक करना अब अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम करदाताओं और व्यापारियों की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। साथ ही, यह प्रक्रिया टैक्स से संबंधित धोखाधड़ी और गलतियों को रोकने में सहायक होगी।
क्यूआर कोड से सत्यापन प्रक्रिया
क्यूआर कोड तकनीक पैन कार्ड की जानकारी को तुरंत और सुरक्षित तरीके से सत्यापित करती है। एन्क्रिप्टेड डेटा के कारण जानकारी को पढ़ना आसान है, लेकिन इसका दुरुपयोग असंभव है। यह तकनीक पैन कार्ड की वैधता सुनिश्चित करने में सहायक है और इसे टैक्स संबंधित सेवाओं में तेजी से उपयोग किया जा सकता है।
पैन कार्ड जारी करने वाली संस्थाएं
भारत में पैन कार्ड प्रोटियन ई-गवर्नेस (पूर्व में NSDL) और UTIITSL द्वारा जारी किए जाते हैं। ये संस्थाएं पैन कार्ड के वितरण और सत्यापन की प्रक्रिया को सुगम बनाती हैं। इसके साथ ही, आयकर अधिनियम 1961 के तहत, एक व्यक्ति के पास केवल एक पैन कार्ड होना अनिवार्य है।