आधार कार्ड पर कितने सिम हैं एक्टिव, ऐसे लगाएं पता, 2025 का जान लें नया नियम

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सरकार ने बनाया नया नियम, अब हर मोबाइल यूजर को पता होना चाहिए अपने आधार से जुड़े सिम कार्ड्स की जानकारी। जानें चेक करने का आसान तरीका।

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By Nishant
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आधार कार्ड पर कितने सिम हैं एक्टिव, ऐसे लगाएं पता, 2025 का जान लें नया नियम

डिजिटल युग में सिम कार्ड खरीदने के नियम पूरी तरह से बदल गए हैं। अब अगर आप नया मोबाइल नंबर लेना चाहते हैं तो इसके लिए आधार कार्ड देना अनिवार्य है। बिना आधार कार्ड के नया सिम खरीदना संभव नहीं है।

साथ ही, यह जानना जरूरी हो गया है कि आपके आधार कार्ड पर कितने मोबाइल नंबर सक्रिय हैं। एक आधार कार्ड पर सीमित सिम कार्ड ही सक्रिय किए जा सकते हैं। साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों के बीच, यह जानकारी सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि कहीं कोई दूसरा व्यक्ति आपके आधार का दुरुपयोग तो नहीं कर रहा है।

आपके आधार से जुड़े नंबर की जानकारी रखना क्यों जरूरी है?

यदि आपके आधार से रजिस्टर्ड सिम कार्ड से कोई गैर-कानूनी गतिविधि की जाती है, तो इसकी जिम्मेदारी आपकी होगी। यहां तक कि ऐसी स्थिति में आपको जेल भी जाना पड़ सकता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप यह जांचते रहें कि आपके आधार कार्ड पर कितने नंबर सक्रिय हैं और ये नंबर आप ही के द्वारा उपयोग किए जा रहे हैं।

सिम कार्ड की जानकारी जांचने का आसान तरीका

भारत सरकार ने साइबर फ्रॉड को रोकने और मोबाइल यूजर्स को सशक्त बनाने के लिए संचार साथी वेबसाइट लॉन्च की है। यह वेबसाइट न केवल सिम कार्ड की जानकारी देती है, बल्कि आपके खोए हुए मोबाइल को ट्रैक करने और आपके नाम पर सक्रिय अनधिकृत नंबरों को ब्लॉक करने का भी विकल्प प्रदान करती है।

ऐसे जानें आपके आधार पर कितने सिम कार्ड एक्टिव हैं:

  1. सबसे पहले https://www.sancharsaathi.gov.in/ वेबसाइट पर जाएं।
  2. Citizen Centric Services ऑप्शन पर क्लिक करें।
  3. यहां आपको Know Mobile Connections (TAFCOP) का विकल्प मिलेगा। इसे चुनें।
  4. अपने मोबाइल नंबर और कैप्चा को भरकर OTP से लॉगिन करें।
  5. लॉगिन के बाद स्क्रीन पर आपके आधार से जुड़े सभी सक्रिय मोबाइल नंबर दिख जाएंगे।
  6. अगर कोई नंबर ऐसा दिखता है जो आपका नहीं है, तो आप Not My Number ऑप्शन पर जाकर इसे रिपोर्ट कर सकते हैं।

बढ़ते साइबर फ्रॉड पर सरकार की सख्ती

दूरसंचार विभाग (DoT) और टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने साइबर अपराध और फर्जी कॉल्स के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं। हाल ही में फर्जी कॉल्स और धोखाधड़ी रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए गए हैं।

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DoT की नई पहलें:

  • अब बिना आधार कार्ड के सिम कार्ड खरीदना नामुमकिन है।
  • कई हजार फर्जी सिम कार्ड ब्लॉक किए जा चुके हैं।
  • जो लोग दूसरों के नाम पर सिम कार्ड खरीदते हैं, उनके लिए सिम खरीदने पर 3 साल तक का प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

कैसे बचें साइबर फ्रॉड से?

आज के दौर में आधार कार्ड का दुरुपयोग आम हो गया है। अगर आपका आधार किसी और के पास जाता है, तो वह इसका इस्तेमाल सिम कार्ड लेने के लिए कर सकता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि आपके आधार कार्ड से जुड़े नंबर वही हों, जिनका उपयोग आप कर रहे हैं।

संचार साथी वेबसाइट की खासियतें:

  • अपने नाम पर सक्रिय सभी नंबरों की जानकारी पाएं।
  • अनधिकृत नंबर को रिपोर्ट और ब्लॉक करें।
  • खोए हुए मोबाइल को ट्रैक करें।
  • साइबर फ्रॉड की संभावना को खत्म करें।

TRAI का फर्जी कॉल्स के खिलाफ अभियान

TRAI ने हाल ही में फर्जी कॉल्स को खत्म करने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत लाखों नंबरों की जांच की गई और फर्जी पाए गए नंबरों को बंद कर दिया गया। इसके साथ ही, सिम कार्ड खरीदने पर सख्ती बढ़ा दी गई है ताकि फर्जी नंबरों के जरिए धोखाधड़ी रोकी जा सके।

क्या करें अगर आपका आधार कार्ड गलत इस्तेमाल हो?

अगर आपके आधार पर कोई अनधिकृत नंबर सक्रिय हो जाता है, तो तुरंत संचार साथी वेबसाइट पर जाकर इसे रिपोर्ट करें। यह न केवल आपको कानूनी जोखिमों से बचाएगा, बल्कि साइबर अपराध के मामलों में आपकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।

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