
जैसा की सभी जानते हैं, आधार कार्ड (Aadhar Card) आज के समय में भारत में रहने वाले व्यक्ति की पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। क्योंकि एक सिम कार्ड हो या बैंक रेलिटिड चीज़े उसके अलावा एडमिशन लेने और अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ का पात्र बनने के लिए हर जगह आधार कार्ड जरूरी डॉक्यूमेटस बन गया है। इसलिए ऐसे में अगर कोई व्यक्ति आपको अपना आधार कार्ड दिखाता है, तो यह जानना बहुत जरूरी है, कि वह आधार कार्ड (Aadhar card) ओर्जिनल है, या कोई नकली इसी के साथ हम आपको बताएंगे कि आप अपने स्मार्टफोन से भी घर बैठे ही कैसे आधार कार्ड की वैधता चेक कर सकते हैं।
आधार कार्ड वैलिडीटी को दो तरह से ऐसे चेक करें
आज के डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी (Technology) ने पहचान पत्रों की जालसाजी पर रोक लगाने का काम आसान कर दिया है। अगर आप मकान मालिक हैं और आपके पास किरायेदार के तौर पर कोई व्यक्ति आता है या किसी अन्य कार्य में किसी का आधार कार्ड सत्यापित करना जरूरी हो जाता है, तो आप दो आसान तरीकों से आधार की जांच कर सकते हैं। पहला तरीका क्यूआर कोड (QR code) स्कैन करने का है और दूसरा यूआईडीएआई (UIDAI) की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से वेरिफाई करने का है। ये दोनों तरीके न सिर्फ भरोसेमंद हैं बल्कि इन्हें कोई भी स्मार्टफोन की मदद से कर सकता है।
क्यूआर कोड स्कैनर से आधार कार्ड करें वेरिफाई
आधार कार्ड के दाहिनी ओर एक क्यूआर कोड होता है। यह क्यूआर कोड आधार कार्ड पर मौजूद विवरण की पुष्टि करता है। आप किसी भी सामान्य क्यूआर कोड स्कैनर एप या फिर गूगल लेंस (Google Lens) एप का इस्तेमाल करके इस क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। जैसे ही आप क्यूआर कोड स्कैन करेंगे, आधार कार्ड पर अंकित नाम, जन्मतिथि और पता जैसी सारी जानकारी आपके फोन स्क्रीन पर दिखने लगेगी। यदि स्कैन की गई जानकारी आधार कार्ड पर लिखी गई जानकारी से मेल खाती है तो आधार असली है। वहीं अगर क्यूआर कोड स्कैन नहीं हो रहा या फिर दिख रही जानकारी आधार कार्ड से मेल नहीं खा रही है, तो समझ लीजिए कुछ गड़बड़ है। इसके अतिरिक्त असली आधार कार्ड पर एक होलोग्राम स्टिकर भी लगा होता है, जिससे इसकी प्रामाणिकता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
UIDAI वेबसाइट से आधार नंबर करें वेरिफाई
दूसरा आसान और सुरक्षित तरीका यूआईडीएआई (UIDAI) की वेबसाइट से आधार नंबर को वेरिफाई करने का है। इसके लिए आपको अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर https://myaadhaar.uidai.gov.in/check-aadhaar-validity पर जाना होगा। इस साइट पर आपको अपना आधार नंबर और कैप्चा कोड भरकर सबमिट करना होता है। सबमिट करते ही आपके सामने उस आधार कार्ड धारक की अनुमानित उम्र, लिंग, राज्य और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के अंतिम तीन अंक दिखाई देंगे। इन जानकारियों का मिलान आधार कार्ड पर छपी जानकारी से करें। यदि सभी जानकारियां मेल खा रही हैं तो आधार कार्ड असली है। यह तरीका पूरी तरह से सरकारी है और इसकी जानकारी की सटीकता पर कोई सवाल नहीं उठता।
फर्जी आधार कार्ड की पहचान क्यों जरूरी है?
आज के समय में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर कई अपराधी अवैध गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं। ऐसे में अगर आप मकान मालिक हैं, ऑफिस चला रहे हैं या किसी कर्मचारी की भर्ती कर रहे हैं, तो आधार कार्ड की वैधता जांचना आपकी जिम्मेदारी बनती है। इसी तरह बैंक, सिम कार्ड प्रदाता कंपनियां और कई अन्य संस्थान भी अपने ग्राहकों की पहचान की पुष्टि के लिए आधार की वैधता जांचते हैं। डिजिटल इंडिया (Digital India) और टेक्नोलॉजी (Technology) की मदद से आज यह प्रक्रिया काफी सरल हो गई है।
आधार कार्ड सत्यापन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलू
आधार कार्ड का क्यूआर कोड और यूआईडीएआई वेबसाइट दोनों ही सरकारी व्यवस्था के तहत चलते हैं। इन दोनों तरीकों का प्रयोग करने में कोई शुल्क नहीं लगता और इन्हें कोई भी नागरिक मुफ्त में उपयोग कर सकता है। क्यूआर कोड स्कैनिंग करते समय यह जरूर सुनिश्चित करें कि स्कैनर एप या गूगल लेंस आपके फोन पर अपडेटेड हो ताकि स्कैनिंग में कोई परेशानी न आए। साथ ही, यूआईडीएआई साइट पर आधार नंबर डालते समय यह ध्यान रखें कि नंबर सही हो और किसी भी तरह की टाइपिंग गलती न हो।
डिजिटल सुरक्षा के लिए नागरिकों की जिम्मेदारी
देश में आधार कार्ड का महत्व बढ़ने के साथ ही नागरिकों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। टेक्नोलॉजी (Technology) और डिजिटल इंडिया (Digital India) अभियान ने हमें ऐसे उपकरण दिए हैं जिनसे हम खुद अपनी और दूसरों की पहचान की पुष्टि कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को अपनाकर हम न सिर्फ खुद को बल्कि अपने समाज और देश को भी सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।