
आज के समय में PAN कार्ड (Permanent Account Number) सिर्फ वयस्कों तक सीमित नहीं है। यदि आप अपने बच्चे के नाम से बैंक खाता खोलना, म्यूचुअल फंड या आईपीओ-IPO में निवेश करना या छात्रवृत्ति जैसे लाभ लेना चाहते हैं, तो बच्चे के नाम पर एक मान्य PAN कार्ड ज़रूरी हो गया है। टैक्स के उद्देश्यों से लेकर पहचान प्रमाण के तौर पर यह दस्तावेज अहम होता जा रहा है।
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बच्चों के लिए PAN कार्ड बनवाने की प्रक्रिया
बच्चों के लिए PAN कार्ड बनवाना बेहद आसान हो गया है और पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जा सकती है। NSDL या UTIITSL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर Form 49A भरना होता है। इस फॉर्म में बच्चे की पर्सनल जानकारी, माता-पिता या अभिभावक की जानकारी और आवश्यक दस्तावेज जैसे कि जन्म प्रमाणपत्र, फोटो, आधार कार्ड (यदि उपलब्ध हो), और एड्रेस प्रूफ अपलोड करना होता है।
ऑनलाइन आवेदन के लिए क्या-क्या चाहिए
PAN कार्ड के लिए आवेदन करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की ज़रूरत होती है—बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र, फोटो, माता-पिता का PAN कार्ड और पहचान/पते का प्रमाण। आवेदन शुल्क ₹107 होता है जिसे ऑनलाइन जमा किया जाता है। इसके बाद एक acknowledgment नंबर मिलता है जिससे आप ट्रैक कर सकते हैं कि कार्ड कहां तक पहुंचा है।
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कब और कैसे मिलेगा बच्चों का PAN कार्ड
आवेदन के बाद लगभग 15 से 20 कार्यदिवस में PAN कार्ड आपके पते पर डाक द्वारा भेज दिया जाएगा। साथ ही, एक e-PAN भी ईमेल के ज़रिए मिलेगा जिसे डिजिटल रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे ही बच्चा 18 वर्ष का हो जाए, PAN कार्ड में उसकी फोटो और हस्ताक्षर अपडेट करवाना अनिवार्य होता है।
बच्चों के लिए PAN कार्ड के फायदे
बच्चों के लिए PAN कार्ड बनवाने के कई फायदे हैं। यह दस्तावेज उन्हें भविष्य में शिक्षा ऋण, छात्रवृत्ति, ऑनलाइन कमाई, बैंकिंग सेवाओं और टैक्स रिटर्न जैसी गतिविधियों में सक्षम बनाता है। इसके अलावा, यह बच्चों को फाइनेंशियल तौर पर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। निवेश से जुड़ी कई सरकारी और प्राइवेट योजनाओं में यह PAN कार्ड एक मुख्य पहचान का प्रमाण बनता जा रहा है।
PAN कार्ड के बिना क्या हो सकते हैं नुकसान
यदि बच्चे के नाम पर PAN कार्ड नहीं है, तो भविष्य में उसकी टैक्स फाइलिंग, इन्वेस्टमेंट और अन्य वित्तीय कामों में रुकावट आ सकती है। साथ ही, कई जगहों पर बैंक या वित्तीय संस्थान अभिभावक के PAN के साथ-साथ बच्चे का भी PAN मांगते हैं, खासकर तब जब खाते या योजनाएं बच्चे के नाम पर हैं।
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