
आधार कार्ड आज भारतीय नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज बन चुका है, जिसका उपयोग सरकारी योजनाओं से लेकर बैंकिंग सेवाओं तक व्यापक रूप से होता है। हालांकि, आधार कार्ड में गलत जानकारी या त्रुटियाँ गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकती हैं। सरकार ने हाल ही में आधार से संबंधित कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है।ukbulletin.innaiyojana.in
यह भी देखें: Aadhaar में सिर्फ एक बार बदल सकते हैं ये डिटेल्स! गलती की तो जिंदगी भर का पछतावा!
नाम और लिंग में सुधार के लिए सीमित अवसर:
UIDAI के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, आधार कार्ड में नाम बदलने के लिए अब केवल दो बार का ही अवसर मिलेगा। इसी प्रकार, लिंग (जेंडर) में सुधार के लिए केवल एक बार का मौका प्रदान किया गया है। इसलिए, इन जानकारियों को अपडेट करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
पता अपडेट करने की प्रक्रिया:
पते (एड्रेस) को अपडेट करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, और आप इसे कई बार बदल सकते हैं। इसके लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करके आप आसानी से अपना पता अपडेट कर सकते हैं।
बायोमेट्रिक डेटा का अद्यतन:
UIDAI ने सलाह दी है कि जिन लोगों का आधार 10 साल पुराना हो गया है, वे अपने जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक विवरण को अपडेट कर लें। इससे आधार में दी गई जानकारी हमेशा अपडेट रहेगी और सेवा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
यह भी देखें: बच्चों का Aadhaar Card बनवाना है? जानें माता-पिता के आधार की कितनी होगी जरूरत!
गलत जानकारी देने पर दंड:
यदि कोई व्यक्ति आधार कार्ड बनवाते समय गलत बायोमेट्रिक या जानकारी प्रदान करता है, तो उसे 3 साल की जेल या 10,000 रुपये का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। इसके अलावा, यदि आप किसी अन्य व्यक्ति के आधार कार्ड में मौजूद जानकारी को बदलने की कोशिश करते हैं, तो भी यही दंड लागू होगा।
सावधानी बरतने की सलाह:
- अपने आधार कार्ड की जानकारी सार्वजनिक मंचों या सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें।
- आधार से संबंधित ओटीपी या mAadhaar पिन को किसी अनधिकृत व्यक्ति या संस्था के साथ साझा न करें।
- आधार की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए आप वर्चुअल आईडी (VID) का उपयोग कर सकते हैं या अपने बायोमेट्रिक डेटा को लॉक कर सकते हैं।
यह भी देखें: आधार कार्ड से जुड़ी ये 5 गलतियां पड़ सकती हैं भारी! 1 लाख जुर्माना या सीधा जेल!