PAN 2.0: मोदी सरकार ने पैन कार्ड (PAN Card) को डिजिटल रूप से उन्नत बनाने की पहल को मंजूरी दे दी है। इसे PAN 2.0 प्रोजेक्ट का नाम दिया गया है। इस योजना का उद्देश्य टैक्सपेयर्स को एक सहज, डिजिटल और पेपरलेस अनुभव प्रदान करना है। सरकार अब क्यूआर कोड (QR Code) से लैस नए पैन कार्ड जारी करेगी, जो वेरिफिकेशन प्रक्रिया को तेज और आसान बनाएंगे।
PAN 2.0 के तहत क्यूआर कोड की विशेषताएं
PAN 2.0 के तहत जारी किए जाने वाले पैन कार्ड पर एक उन्नत क्यूआर कोड होगा। इस कोड के जरिए टैक्सपेयर्स की जानकारी को तुरंत एक्सेस और वेरिफाई किया जा सकेगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी, जिससे मैन्युअल वेरिफिकेशन की आवश्यकता कम हो जाएगी।
आयकर विभाग ने पहले ही कई पैन कार्ड्स पर क्यूआर कोड को जोड़ा है, लेकिन अब इसे अधिक व्यापक रूप से लागू किया जाएगा। इस बदलाव से टैक्स संबंधित सेवाओं में पारदर्शिता और तेजी आने की उम्मीद है।
नया पैन कार्ड बनवाने की आवश्यकता नहीं
जो लोग पहले से पैन कार्ड धारक हैं, उन्हें नए पैन कार्ड के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, पुराने पैन कार्ड वैध बने रहेंगे। सरकारी व्यवस्था के तहत मौजूदा पैन होल्डर्स को स्वतः नया पैन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
पैन कार्ड अपग्रेडेशन के लिए कोई शुल्क नहीं
पैन 2.0 प्रोजेक्ट के तहत, पैन कार्ड अपग्रेडेशन पूरी तरह से फ्री होगा। इसके लिए टैक्सपेयर्स को कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
PAN 2.0: टैक्स सेवाओं में बदलाव
PAN 2.0 केवल पैन कार्ड को उन्नत बनाने तक सीमित नहीं है। यह प्रणाली टैक्सपेयर्स के लिए एक केंद्रीकृत और सुरक्षित डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी।
- पैन और टैन से जुड़ी सभी सेवाओं को एकीकृत किया जाएगा।
- एडवांस साइबर सुरक्षा सुविधाएं डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी।
- यह पहल टैक्स सेवाओं को पेपरलेस बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।