आधार कार्ड हर देशवासी के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है, जिसमें नाम, पता, जन्मतिथि के साथ-साथ बायोमेट्रिक जानकारी जैसे आंखों और उंगलियों के निशान भी शामिल होते हैं। सरकारी योजनाओं से लेकर निजी सेवाओं तक, लगभग हर जगह Aadhar Card का उपयोग पहचान और वेरीफिकेशन के लिए किया जाता है।
इसी बीच, एक वॉट्सऐप मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने आधार कार्ड की फोटोकॉपी शेयर करने पर रोक लगा दी है।
क्या है वायरल मैसेज में दावा?
वॉट्सऐप पर फैल रहे इस मैसेज में कहा गया है कि सरकार ने अब आधार कार्ड की फोटोकॉपी किसी भी उद्देश्य के लिए साझा करने पर रोक लगा दी है। मैसेज में दावा किया जा रहा है कि आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए सरकार ने यह आदेश जारी किया है। इसमें यह भी सुझाव दिया गया है कि अगर कहीं आधार कार्ड की फोटोकॉपी आवश्यक हो, तो वहां ‘मास्क्ड आधार’ (Masked Aadhaar) की कॉपी दी जाए, जिसमें 12 अंकों की आधार संख्या के केवल अंतिम चार अंक ही दिखते हों।
साथ ही, इस वायरल मैसेज में एक लिंक myaadhaar.uidai.gov.in का जिक्र भी किया गया है, जिसे सरकारी वेबसाइट के रूप में पेश किया गया है। इस लिंक को आधार से संबंधित सेवाओं के लिए उपयोग करने की सलाह दी गई है।
हालांकि सरकार की तरफ से 22 मई 2022 को एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी, इसमें मास्क आधार उपयोग करने की सलाह दी गई थी।
वायरल मैसेज का सच
सरकार की तरफ से इस वायरल मैसेज पर तुरंत प्रतिक्रिया दी गई है। आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है। UIDAI ने ट्वीट करके साफ किया कि यह मैसेज झूठा है और सरकार ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है। आधार ने अपने ट्वीट में कहा है, “यह एक फर्जी अलर्ट है, इसे नजरअंदाज करें और सावधान रहें।”
मास्क्ड आधार का उपयोग
हालांकि, वायरल मैसेज भले ही फर्जी हो, लेकिन मास्क्ड आधार की अवधारणा सही है। UIDAI ने पहले से यह सुविधा उपलब्ध कराई है, जिससे लोग आधार की फोटोकॉपी में अपनी आधार नंबर के केवल अंतिम चार अंक ही साझा कर सकते हैं। मास्क्ड आधार का उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना और आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल को रोकना है।
मास्क्ड आधार कैसे बनाएं यहाँ देखें
जब भी किसी सेवा या संस्था द्वारा आधार कार्ड की मांग की जाती है, तो मास्क्ड आधार एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। आप इसे UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। मास्क्ड आधार आपके पूर्ण आधार नंबर की जगह आखिरी चार अंकों को दिखाता है, जिससे आपकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहती है।
आधार कार्ड की सुरक्षा क्यों है जरूरी?
आधार कार्ड में शामिल जानकारी बेहद संवेदनशील होती है, और इसका गलत इस्तेमाल बड़ी आर्थिक और कानूनी समस्याएं पैदा कर सकता है। यदि आपका आधार कार्ड गलत हाथों में पड़ जाता है, तो इसका उपयोग पहचान की चोरी, फर्जीवाड़ा, और यहां तक कि बायोमेट्रिक डेटा के दुरुपयोग के लिए किया जा सकता है। इसलिए, हमेशा अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी को सही तरीके से साझा करें और सुनिश्चित करें कि आप केवल आवश्यक स्थानों पर ही इसे प्रस्तुत कर रहे हैं।
सावधानी बरतें
वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आए दिन इस तरह के फर्जी मैसेज वायरल होते रहते हैं, जिनमें आधार कार्ड से जुड़ी गलत सूचनाएं फैलाई जाती हैं। इसलिए, किसी भी मैसेज पर बिना सत्यापन के भरोसा न करें। UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स से ही सही जानकारी प्राप्त करें। अगर आपको आधार कार्ड से संबंधित कोई संदेह है, तो आप सीधे आधार हेल्पलाइन या आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क कर सकते हैं।
वायरल मैसेज में किया गया दावा कि सरकार ने आधार कार्ड की फोटोकॉपी साझा करने पर रोक लगा दी है, पूरी तरह से फर्जी है। UIDAI ने इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया है। हालांकि, आधार की सुरक्षा के लिए मास्क्ड आधार का उपयोग एक बेहतर विकल्प है, जिसे आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।