सिर्फ 2 मिनट में e-PAN डाउनलोड? क्लिक करते ही उड़ गए बैंक अकाउंट से पैसे!

e-PAN डाउनलोड करने के नाम पर हो रहा है एक खतरनाक ऑनलाइन फ्रॉड, जहां क्लिक करते ही आपकी संवेदनशील जानकारी और बैंक बैलेंस दोनों उड़ जाते हैं! जानिए कैसे आप रह सकते हैं सुरक्षित इस डिजिटल जाल से – पूरा सच इस रिपोर्ट में।

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By Nishant
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आजकल “सिर्फ 2 मिनट में e-PAN डाउनलोड” जैसे वादों के जरिए लोगों को बड़ी चालाकी से ऑनलाइन फ्रॉड में फंसाया जा रहा है। आयकर विभाग के नाम पर भेजे जा रहे नकली ईमेल और मैसेज में PAN कार्ड डाउनलोड करने का दावा किया जाता है, लेकिन जैसे ही यूजर लिंक पर क्लिक करता है, उसकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी कर ली जाती है और बैंक अकाउंट से पैसे उड़ाए जाते हैं।

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फर्जी वेबसाइट्स के जरिए कैसे होता है डेटा चोरी का खेल

इस घोटाले में यूजर्स को PAN 2.0 जैसी दिखने वाली फर्जी वेबसाइट्स पर भेजा जाता है, जो दिखने में पूरी तरह असली सरकारी पोर्टल्स जैसी होती हैं। यहां उनसे आधार नंबर, बैंक खाता जानकारी, ओटीपी जैसी संवेदनशील जानकारियां मांगी जाती हैं। एक बार जैसे ही ये जानकारी दर्ज की जाती है, फ्रॉडस्टर बैंक खातों तक पहुंच बना लेते हैं और पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं।

e-PAN डाउनलोड के नाम पर आयकर विभाग का दुरुपयोग

फ्रॉड में शामिल लोग ‘Download e-PAN Card Free Online: A Step-by-Step Guide’ जैसे लुभावने हेडिंग्स के साथ ईमेल भेजते हैं। यह ईमेल ऐसा प्रतीत होता है मानो यह आयकर विभाग द्वारा अधिकृत हो, लेकिन यह पूरी तरह से फेक होता है। इसका उद्देश्य सिर्फ एक ही होता है – लोगों का विश्वास जीतकर उनकी वित्तीय जानकारी चुराना।

सावधान! सिर्फ आधिकारिक पोर्टल से करें e-PAN डाउनलोड

अगर आप सच में e-PAN डाउनलोड करना चाहते हैं, तो केवल incometax.gov.in या NSDL जैसी आधिकारिक साइट्स का ही उपयोग करें। किसी भी ईमेल या मैसेज में दिए गए लिंक पर भरोसा करना आपके लिए महंगा साबित हो सकता है।

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कैसे करें पहचान कि लिंक फर्जी है या असली

अगर वेबसाइट का यूआरएल “gov.in” या “nic.in” से खत्म नहीं हो रहा है, तो सावधान हो जाएं। इसके अलावा यदि साइट HTTPS के बजाय सिर्फ HTTP पर चल रही है या आपसे बिना किसी सुरक्षा चेतावनी के संवेदनशील जानकारी मांग रही है, तो वह पक्का फर्जी पोर्टल है।

यदि फंस गए हैं इस फ्रॉड में, तो तुरंत करें ये कदम

अगर आप इस जाल में फंस चुके हैं, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराएं और अपने बैंक को सूचित करें ताकि खातों को ब्लॉक किया जा सके। साथ ही, CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) को [email protected] पर जानकारी भेजें। इससे साइबर सेल को जांच में मदद मिलेगी और आगे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।

डेटा सुरक्षा और डिजिटल सतर्कता आज की जरूरत

डिजिटल युग में जहां IPO, Crypto और Renewable Energy जैसे ट्रेंडिंग सेक्टर में निवेश और पर्सनल डेटा शेयरिंग तेजी से बढ़ रही है, वहीं डिजिटल धोखाधड़ी भी उतनी ही गति से बढ़ रही है। यही वजह है कि अब यह जरूरी हो गया है कि हर यूजर थोड़ी साइबर समझ रखे और सतर्कता बरते।

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