आज के समय में आधार कार्ड हर जरूरी काम के लिए अनिवार्य बन चुका है, चाहे वह बैंक अकाउंट खुलवाना हो, स्कूल-कॉलेज में एडमिशन लेना हो या सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना हो। आधार कार्ड बनवाने के लिए आमतौर पर बायोमैट्रिक पहचान जैसे फिंगरप्रिंट और आइरिस स्कैन की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के हाथ या उंगलियां नहीं हैं, तो क्या वह आधार बनवा सकता है? इसका उत्तर है “हां”!
नया नियम, बिना फिंगरप्रिंट के आधार कार्ड
हाल ही में केंद्र सरकार ने आधार कार्ड के नियमों में बदलाव किया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने बताया कि अब बिना हाथ या उंगलियों के निशान के भी आधार कार्ड बनवाया जा सकता है। ऐसे लोग जिनके पास उंगलियां नहीं हैं या फिंगरप्रिंट देने में असमर्थ हैं, वे आईरिस स्कैन (आंखों की पुतलियों को स्कैन) के जरिए आधार के लिए नामांकन करा सकते हैं। इसी तरह, जो व्यक्ति आईरिस स्कैन नहीं दे सकते, वे केवल अपने फिंगरप्रिंट के जरिए आधार बनवा सकते हैं।
इस बदलाव का कारण
यह नियम बदलाव में तब आया जब केरल के कोट्टायम जिले की निवासी जोसीमोल पी. जोस के साथ आधार सेवा केंद्र ने उनके हाथ न होने की वजह से आधार बनाने से मना कर दिया था। इस घटना के बाद सरकार ने निर्देश जारी किया कि सभी आधार सेवा केंद्र अब ऐसे व्यक्तियों के लिए वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके आधार जारी करें।
आधार सेवा केंद्रों को निर्देश
इस नए नियम के बाद, सभी आधार सेवा केंद्रों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे व्यक्तियों के लिए वैकल्पिक पहचान जैसे कि सिर्फ आइरिस स्कैन या केवल फिंगरप्रिंट का उपयोग करके आधार कार्ड बनाएं। इसका लाभ उन लोगों को भी मिलेगा जिनके उंगलियों के निशान धुंधले हैं या किसी प्रकार की विकलांगता है।
इस बदलाव के बाद, हजारों लोग जो पहले आधार कार्ड नहीं बनवा सकते थे, अब वे आसानी से अपना आधार कार्ड बनवा सकेंगे। यह कदम UIDAI के लिए एक अच्छी पहल है, जो सभी लोगों को समान अधिकार और सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में उठाया गया है।