उत्तराखंड में जनता को घर बैठे सुविधाएं देने वाली ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल सेवा में बड़ा बदलाव आने वाला है। सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) ने सभी प्रमाणपत्रों को आधार से लिंक करने की कवायद शुरू कर दी है। यह कदम जनता को अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।
856 से अधिक सेवाएं घर बैठे मिल रही हैं
ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से राज्य के नागरिकों को 856 से अधिक सेवाएं मिल रही हैं। इनमें जन्म प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, स्थायी निवास प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं शामिल हैं, जिनके लिए लोग अब घर बैठे आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक इन प्रमाणपत्रों की आधार से लिंकिंग नहीं की गई है, जिससे किसी एक आधार नंबर पर कितने प्रमाणपत्र जारी हुए हैं, इसका पता नहीं चल पाता है।
प्रमाणपत्रों की आधार से लिंकिंग का काम शुरू
आईटीडीए की निदेशक नितिका खंडेलवाल ने बताया कि अब सभी प्रमाणपत्रों की आधार से लिंकिंग योजना पर काम शुरू हो चुका है। इसके लिए यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) को पत्र भेजा गया है। जैसे ही यूआईडीएआई से स्वीकृति मिलेगी, आधार लिंकिंग प्रक्रिया के लिए शुल्क जमा कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक यह योजना शुरू हो जाएगी।
आधार लिंकिंग से पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ेगी
आधार से प्रमाणपत्रों को लिंक करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसी भी आधार नंबर पर कितने प्रमाणपत्र जारी हुए हैं, इसका तुरंत पता चल सकेगा। वर्तमान में कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है, जिससे यह जानकारी मिल सके कि किसी व्यक्ति ने कितने प्रमाणपत्र बनवाए हैं। आधार लिंकिंग के बाद इस जानकारी का रिकॉर्ड रखना आसान हो जाएगा और प्रमाणपत्रों की सत्यता को भी सुनिश्चित किया जा सकेगा।
आधार लिंकिंग योजना का कार्यान्वयन होने के बाद, ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के माध्यम से प्रमाणपत्र प्राप्त करना न केवल आसान होगा, बल्कि यह प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और पारदर्शी भी होगी। जनता को इस योजना से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, और सरकारी सेवाओं में भी सुधार आएगा।