Baal Aadhaar Biometric Update: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने बच्चों के आधार कार्ड, जिन्हें “बाल आधार” कहा जाता है, के लिए विशेष रूप से प्रावधान किए हैं। बाल आधार, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए जारी होता है, नीले रंग का होता है और इसे नियमित आधार कार्ड से अलग पहचान मिलती है। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, आधार कार्ड पर बायोमेट्रिक अपडेट करना जरूरी हो जाता है। आइए जानें, यह प्रक्रिया कैसे की जा सकती है और इसके लिए आपको क्या शुल्क देना होगा।
फ्री आधार अपडेट की डेडलाइन
UIDAI ने फ्री आधार अपडेट की डेडलाइन को बढ़ा दिया है, जिससे लाभार्थियों को और समय मिल सके। बच्चों के लिए, बायोमेट्रिक अपडेट जैसे फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और फोटो दो चरणों में किए जाते हैं—पहला 5 से 7 साल की उम्र के बीच और दूसरा 15 से 17 साल की उम्र के बीच। इन आयु सीमाओं के अंदर किए गए अपडेट फ्री हैं।
यदि बायोमेट्रिक अपडेट निर्धारित आयु सीमा के बाहर किया जाता है, तो इसके लिए 100 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। जनसांख्यिकी अपडेट, जिसमें नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, और ईमेल पता जैसे विवरण शामिल हैं, यदि बायोमेट्रिक अपडेट के साथ किए जाते हैं, तो यह भी फ्री रहता है। हालांकि, अगर यह अलग से किया जाता है, तो 50 रुपये का शुल्क लिया जाता है।
बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट की प्रक्रिया
पांच साल से कम उम्र के बच्चों का कोई बायोमेट्रिक डेटा नहीं लिया जाता। इस उम्र के बच्चों के आधार कार्ड उनकी जन सांख्यिकी जानकारी और माता-पिता के आधार कार्ड के साथ जुड़ी चेहरे की तस्वीर के आधार पर बनाए जाते हैं।
जब बच्चे 5 और 15 साल की उम्र पूरी कर लेते हैं, तो उन्हें अपने बायोमेट्रिक्स—दस उंगलियों के फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और चेहरे की तस्वीर—को अपडेट करना अनिवार्य होता है। यह प्रक्रिया उनके आधार कार्ड की वैधता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
बाल आधार कार्ड ऑनलाइन अपडेट करने का तरीका
बाल आधार कार्ड को ऑनलाइन अपडेट करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- UIDAI की वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करें।
- आधार पंजीकरण विकल्प पर क्लिक करें: यहां बच्चे का नाम, माता-पिता का मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पता, क्षेत्र और राज्य जैसी जानकारी भरें।
- अपॉइंटमेंट फिक्स करें: निकटतम आधार नामांकन केंद्र का चयन कर अपॉइंटमेंट तय करें।
- डॉक्यूमेंट्स साथ लाएं: आवश्यक दस्तावेज, जैसे पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, रिश्ते का प्रमाण, और बच्चे की जन्मतिथि का प्रमाण साथ लाएं।
- बायोमेट्रिक डेटा का सबमिशन: यदि बच्चा 5 वर्ष या उससे अधिक आयु का है, तो बायोमेट्रिक डेटा जैसे दस उंगलियों के फिंगरप्रिंट, चेहरे की तस्वीर और आईरिस स्कैन भी लिया जाएगा।
5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए खास नियम
5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए किसी भी प्रकार का बायोमेट्रिक डेटा नहीं लिया जाता। इनका आधार कार्ड माता-पिता की जानकारी और चेहरे की तस्वीर के आधार पर बनाया जाता है। जब यह बच्चे 5 साल और फिर 15 साल की उम्र पूरी करते हैं, तो उन्हें बायोमेट्रिक अपडेट करवाना होता है।
बाल आधार कार्ड के फायदे
बाल आधार बच्चों और उनके माता-पिता के लिए कई सुविधाएं प्रदान करता है। इसका उपयोग स्कूल में प्रवेश, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने, और अन्य जरूरी दस्तावेजों के लिए किया जा सकता है। वर्तमान में, बाल आधार अभियान के तहत पूरे देश में बच्चों के आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं।
UIDAI द्वारा दी गई यह सुविधा न केवल बच्चों की पहचान सुनिश्चित करती है, बल्कि भविष्य में उनके सरकारी रिकॉर्ड और सेवाओं तक पहुंच को भी आसान बनाती है।
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शुल्क और सुविधाएं
यदि बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकी अपडेट एक साथ किए जाते हैं, तो यह मुफ्त है। हालांकि, अलग-अलग अपडेट के लिए शुल्क लागू होते हैं:
- बायोमेट्रिक अपडेट के लिए: 100 रुपये।
- जनसांख्यिकी अपडेट के लिए: 50 रुपये।
कई योजनाओं का फायदा मिलेगा
इस तरह के अपडेट्स माता-पिता के लिए बच्चे के आधार को अपडेट और सटीक बनाए रखने में मददगार होते हैं। UIDAI ने यह प्रक्रिया सरल और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाई है, जिससे लाखों परिवार इसका लाभ उठा सकते हैं।
बाल आधार कार्ड न केवल पहचान का दस्तावेज है बल्कि यह बच्चों के लिए उनके भविष्य की योजनाओं में एक मजबूत आधार प्रदान करता है।