
PAN-Aadhaar का लिंक होना अब भारत में एक अनिवार्य प्रक्रिया बन चुकी है, लेकिन बहुत से लोग इस महत्वपूर्ण दस्तावेज़ के दुरुपयोग को गंभीरता से नहीं लेते। यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर या अनजाने में किसी और का पैन-PAN या आधार-Aadhaar इस्तेमाल करता है, तो वह कानून के दायरे में आ सकता है। आयकर विभाग और UIDAI के नियमों के तहत ऐसे मामलों में सज़ा और भारी जुर्माने का प्रावधान है।
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गलत जानकारी देने पर जुर्माना और जेल
यदि कोई व्यक्ति पैन-PAN या आधार-Aadhaar बनाने या अपडेट कराने के दौरान गलत जानकारी देता है, तो यह सीधे तौर पर कानून का उल्लंघन माना जाता है। आयकर अधिनियम की धारा 272B के अनुसार गलत पैन नंबर का इस्तेमाल करने पर ₹10,000 तक का जुर्माना लग सकता है। वहीं, आधार एक्ट के तहत गलत जानकारी देने पर तीन साल तक की जेल और ₹10,000 तक का जुर्माना हो सकता है।
आधार की बायोमेट्रिक या डेमोग्राफिक जानकारी से छेड़छाड़
UIDAI के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की बायोमेट्रिक या डेमोग्राफिक जानकारी में छेड़छाड़ करना गंभीर अपराध है। यदि कोई जानबूझकर किसी दूसरे व्यक्ति की जानकारी में बदलाव करता है या ऐसा करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसमें तीन साल तक की कैद और ₹10,000 तक का जुर्माना शामिल है।
अनधिकृत रूप से डेटा एकत्र करना और उसका दुरुपयोग
यदि कोई व्यक्ति सरकारी अधिकृत संस्था होने का झूठा दावा करके किसी का आधार डेटा एकत्र करता है या उसका दुरुपयोग करता है, तो यह अपराध है। इस पर भी तीन साल तक की सज़ा और ₹10,000 तक का जुर्माना (कंपनी के मामले में ₹1 लाख तक) लगाया जा सकता है।
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आधार डेटा का अवैध प्रकटीकरण और हैकिंग
यदि कोई UIDAI सिस्टम से एकत्रित जानकारी को किसी अन्य व्यक्ति या संस्था के साथ साझा करता है, तो वह डेटा सुरक्षा कानून का उल्लंघन करता है। साथ ही अगर कोई आधार डेटा रिपॉजिटरी (CIDR) में अनधिकृत रूप से प्रवेश करता है या हैकिंग करता है, तो उसे 10 साल तक की सजा और ₹10 लाख तक का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।
कैसे करें PAN और Aadhaar का सुरक्षित इस्तेमाल
PAN और Aadhaar की सुरक्षा के लिए सबसे पहले इनकी जानकारी किसी के साथ साझा न करें। ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म भरते समय दोबारा जांच लें कि सही नंबर दर्ज किया गया है। UIDAI की वेबसाइट से समय-समय पर अपने आधार की ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री जांचें। साथ ही, पैन कार्ड की जानकारी आयकर विभाग की वेबसाइट पर भी सत्यापित की जा सकती है।
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