PAN 2.0 के लागू होने के बाद से, करदाताओं के बीच यह सवाल बढ़ गया है कि मौजूदा पैन कार्ड की प्रासंगिकता क्या होगी और नई प्रणाली किस प्रकार उनकी जरूरतों को पूरा करेगी। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा इस परियोजना को मंजूरी दिए जाने के बाद, आयकर विभाग ने करदाताओं को इसके उद्देश्यों और लाभों के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया है। यह परियोजना न केवल करदाता पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाएगी, बल्कि इसमें नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग कर पैन सेवाओं को और बेहतर बनाया जाएगा।
पैन 2.0 क्या है नया?
PAN 2.0 परियोजना आयकर विभाग की ई-गवर्नेंस पहल है, जो पैन कार्ड सेवाओं की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस प्रणाली में मौजूदा प्रक्रियाओं को फिर से डिज़ाइन कर उन्नत तकनीकों को शामिल किया गया है। पैन कार्ड अब डायनेमिक क्यूआर कोड के साथ आएंगे, जो पैन डेटाबेस में मौजूद नवीनतम विवरणों को दर्शाने में सक्षम होंगे।
पुराने और नए पैन कार्ड में क्या है अंतर?
2017-18 से जारी पैन कार्ड में क्यूआर कोड शामिल था, लेकिन अब PAN 2.0 में इसे और अधिक सशक्त बनाया गया है। यह डायनेमिक क्यूआर कोड पैन कार्ड धारकों के विवरण को तेज़ी से सत्यापित करने में सहायक होगा। पुराने पैन कार्ड धारक मौजूदा इको-सिस्टम के साथ अपने कार्ड का उपयोग जारी रख सकते हैं।
क्यूआर कोड के लाभ
क्यूआर कोड के जरिए न केवल पैन कार्ड की प्रमाणिकता की पुष्टि की जा सकेगी, बल्कि इसमें धारक की फोटो, हस्ताक्षर, नाम, माता/पिता का नाम और जन्म तिथि जैसी जानकारी भी शामिल होगी। यह सुविधा करदाताओं को धोखाधड़ी से बचाने और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद करेगी।
मौजूदा पैन कार्ड धारकों के लिए क्या है राहत?
मौजूदा पैन कार्ड धारकों को नए कार्ड के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। जब तक वे अपने पैन में किसी प्रकार का अपडेट या सुधार नहीं कराना चाहते, तब तक उनका पुराना कार्ड वैध रहेगा।
पैन में सुधार: आसान और निःशुल्क
PAN 2.0 के तहत पैन विवरण में सुधार कराना और भी आसान हो जाएगा। धारक अपने नाम, जन्म तिथि, ईमेल, मोबाइल नंबर या पते में परिवर्तन ऑनलाइन और निःशुल्क कर सकेंगे।
नए कार्ड के लिए आवेदन कब करें?
नए पैन कार्ड की आवश्यकता तभी होगी जब धारक अपने मौजूदा पैन में बदलाव करना चाहते हैं। अन्यथा, उनका मौजूदा पैन कार्ड पैन 2.0 प्रणाली के तहत मान्य रहेगा।