
PAN नंबर आज के समय में हर करदाता के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज बन चुका है। यदि आपका PAN नंबर बंद हो चुका है या निष्क्रिय हो गया है, तो इसका सीधा असर आपके वित्तीय लेन-देन और इनकम टैक्स रिटर्न पर पड़ सकता है। आयकर विभाग ने इसे चेक करने के लिए एक आसान ऑनलाइन सुविधा दी है, जिससे आप महज 1 मिनट में पता कर सकते हैं कि आपका PAN एक्टिव है या नहीं। इसके लिए आपको आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाकर “Verify Your PAN” विकल्प का उपयोग करना होता है, जिसमें केवल कुछ मूलभूत जानकारी जैसे आपका नाम, जन्मतिथि और PAN नंबर भरना होता है।
यह भी देखें: सरकार का बड़ा फैसला, प्राइवेट कंपनियों को भी मिली आधार बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन की मंजूरी
PAN नंबर के निष्क्रिय होने के संभावित कारण
PAN निष्क्रिय होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे सामान्य है आधार से लिंक न होना। सरकार ने 30 जून 2023 के बाद आधार से लिंक न होने वाले PAN नंबरों को निष्क्रिय कर दिया था। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति के नाम पर दो या अधिक PAN कार्ड हैं, तो उनमें से एक या अधिक निष्क्रिय कर दिए जाते हैं। यदि आपने कई वर्षों से आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है, तब भी विभाग शक के आधार पर PAN को निष्क्रिय कर सकता है।
यह भी देखें: आपके Aadhaar का हो रहा है गलत इस्तेमाल? चेक करें अभी, बस 1 मिनट में!
निष्क्रिय PAN को दोबारा सक्रिय कैसे करें
यदि आपके PAN का स्टेटस ‘Inactive’ दिखा रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। अगर वह आधार से लिंक नहीं है, तो ₹1,000 का शुल्क भरकर आप उसे तुरंत लिंक कर सकते हैं और 30 दिनों के भीतर PAN नंबर दोबारा एक्टिव हो जाएगा। अगर PAN किसी अन्य तकनीकी या प्रशासनिक वजह से निष्क्रिय हुआ है, तो इसके लिए आपको संबंधित क्षेत्रीय आयकर अधिकारी के पास एक आवेदन देना होता है। इसमें PAN कार्ड की कॉपी, एक Indemnity Bond और पिछले तीन वर्षों के आयकर रिटर्न की प्रतियां संलग्न करनी होती हैं। आवेदन स्वीकार होने के बाद आपका PAN आम तौर पर 15 से 30 कार्यदिवसों में फिर से सक्रिय कर दिया जाता है।
निष्क्रिय PAN से होने वाली परेशानियां
यदि PAN निष्क्रिय हो गया है तो आपके ऊपर कई तरह की वित्तीय परेशानियां आ सकती हैं। उदाहरण के तौर पर बैंक ट्रांजैक्शन्स, लोन अप्रूवल, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन और यहां तक कि शेयर बाजार में निवेश के लिए भी PAN आवश्यक होता है। निष्क्रिय PAN की स्थिति में TDS और TCS कटौती ज्यादा दर से होती है, जिससे टैक्स का बोझ बढ़ जाता है और रिफंड मिलने में भी देरी होती है। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि आप समय रहते अपने PAN की स्थिति चेक करें और आवश्यकता होने पर उसे सक्रिय करवाएं।
यह भी देखें: PAN कार्ड सिर्फ टैक्स के लिए नहीं! यहां होता है इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल – 90% लोग नहीं जानते