Aadhaar Card: आधार कार्ड एक ऐसा दस्तावेज है जिसमें व्यक्ति का नाम, पता तथा बायोमेट्रिक समेत अनेक कई जानकारियों सुरक्षित रहती हैं। इसका इस्तेमाल भारत के नागरिक अपनी पहचान के तौर पर करते हैं। इसके अतिरिक्त देश के छोटे बड़े सरकारी काम जैसे कि- बैंक अकाउंट खोलना, बच्चों का एडमिशन, किसी कॉलेज में प्रवेश, सरकारी दस्तावेज बनाना, सरकारी योजना में आवेदन या फिर योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल अधिक किया जाता है। देश में प्रत्येक नागरिक को यह महत्वपूर्ण दस्तावेज बनाना अनिवार्य है।
अगर आप इसे नहीं बनाते हैं तो आपको सरकारी कामों में अनेकों परेशानी और लाभों से वंचित कर लिया जाएगा। अगर अभी तक अपने अपना आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो जल्द आवेदन कर लें।
लेकिन कई लोग मानते हैं की आधार कार्ड की भी वैलिडिटी होती है, यह एक समय के बाद वैध नहीं रहता है। यह प्रश्न लोगों तक अफवा की तरह फ़ैल रहा है। आइए जानते हैं की यह बात सच है अथवा झूठ।
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क्या आधार कार्ड की वैलेडिटी होती है?
आधार कार्ड की वैलेडिटी की जानकारी दें तो इसमें किसी भी प्रकार की वैलिडिटी नहीं होती है। यह हमेशा के लिए वैध रहता है। अर्थात जब तक जीवित व्यक्ति आधार कार्ड का प्रयोग करता है तो यह वैलिड होता है और जब उस व्यक्ति की मृत्यु को जाती है तो यह आधार कार्ड बंद हो जाता है अर्थात यह अनवैलिड हो जाता है।
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बच्चों के आधार कार्ड की वैधता
जितने भी पांच वर्ष से कम बच्चों का आधार कार्ड बनाया जाता है वह ब्लू आधार कार्ड होता है। जब बच्चा पांच साल का पूरा हो जाता है उसके बाद इस आधार कार्ड की वैधता खत्म हो जाती है यानी की यह पांच साल तक ही वैध रहता है। यह जो कार्ड बनता है बिना बायोमेट्रिक जानकारी के होता है।