सरकार ने आधार कार्ड धारकों के लिए चार महत्वपूर्ण नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि इनकी जानकारी न रहने पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, समय रहते अपने आधार कार्ड को इन नियमों के अनुसार अपडेट करें। आइए, इन नए नियमों के बारे में विस्तार से जानते हैं
आधार कार्ड में नहीं छपेगी रिश्तेदारी
पहले आधार कार्ड में महिला के नाम के साथ पिता या पति का नाम स्पष्ट रूप से लिखा होता था, जैसे “Son of” या “wife of”। लेकिन अब इस शब्दावली को बदलकर “केयर ऑफ” कर दिया गया है। इसका मतलब है कि महिला के आधार कार्ड या बेटी या बेटे के आधार कार्ड के पते के साथ केयर ऑफ लिखा रहेगा, चाहे वह उनके पति हों या पिता।
फिंगरप्रिंट की बजाय आइरिस स्कैनिंग का इस्तेमाल
जो लोग फिंगरप्रिंट देने में असमर्थ हैं, उनके लिए सरकार ने एक नई सुविधा शुरू की है। अब आधार कार्ड बनवाने के लिए फिंगरप्रिंट के बजाय आइरिस स्कैनिंग का विकल्प भी उपलब्ध होगा। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनके उंगलियों के निशान क्षतिग्रस्त हो गए हैं या किसी अन्य कारण से फिंगरप्रिंट नहीं दे सकते। आइरिस स्कैनिंग भी फिंगरप्रिंट की तरह यूनिक होती है, इसलिए यह एक सुरक्षित और विश्वसनीय विकल्प है।
आधार अपडेट के लिए समय सीमा बढ़ाई गई
UIDAI ने 10 साल पुराने आधार कार्ड धारकों के लिए निशुल्क अपडेट की सुविधा की समय सीमा को बढ़ाकर 14 सितंबर 2024 कर दिया है। पहले यह डेडलाइन 14 दिसंबर 2023 थी। जिन लोगों ने पिछले 10 वर्षों में अपने आधार कार्ड को अपडेट नहीं किया है, उन्हें यह काम अनिवार्य रूप से करना होगा। इसके बाद, आधार अपडेट के लिए शुल्क लिया जाएगा।
आधार कार्ड में सीमित बार बदलाव का मौका
अब आप अपने आधार कार्ड में नाम और जेंडर केवल दो बार ही बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए, शादी के बाद महिलाएं अक्सर अपने नाम या सरनेम में बदलाव करती हैं। यह बदलाव अब सिर्फ दो बार ही किया जा सकेगा। वहीं, जेंडर में बदलाव भी केवल एक बार किया जा सकेगा। हालांकि, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, और फोटोग्राफ जैसी जानकारियों को बार-बार अपडेट किया जा सकता है।