Aadhaar Card: अगर आप पहली बार Aadhaar Card बनवाने की योजना बना रहे हैं और आपकी उम्र 18 साल या उससे अधिक है, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने आधार कार्ड वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में बदलाव की घोषणा की है। अब पहली बार आधार बनवाने वालों को फिजिकल वेरिफिकेशन के दौर से गुजरना होगा, ठीक उसी तरह जैसे पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए होता है।
UIDAI नहीं करेगी वेरिफिकेशन
UIDAI के नए नियमों के अनुसार, आधार वेरिफिकेशन का काम अब सीधे UIDAI द्वारा नहीं किया जाएगा। इसके बजाय, यह जिम्मेदारी राज्य सरकार के अधिकारियों को सौंपी गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए राज्य सरकारें डिस्ट्रिक्ट और सब-डिविजनल स्तर पर नोडल अधिकारी और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (ADM) को नामित करेंगी।
वेरिफिकेशन के लिए राज्य सरकार की भूमिका
राज्य सरकार द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी वेरिफिकेशन प्रक्रिया को सुनिश्चित करेंगे। इसके तहत, प्रत्येक जिले में मुख्य डाकघर और UIDAI द्वारा निर्दिष्ट आधार केंद्रों को नामित किया जाएगा। यह नियम उन व्यक्तियों पर लागू होगा जो पहली बार आधार कार्ड के लिए आवेदन करेंगे।
वेरिफिकेशन से पहले सभी आवेदनों को सेवा पोर्टल के माध्यम से डेटा क्वालिटी जांच से गुजरना होगा। इस प्रक्रिया का उद्देश्य वेरिफिकेशन को अधिक सटीक और सुरक्षित बनाना है।
आधार कार्ड बनने में लगेगा अधिक समय
UIDAI के नए नियमों के तहत, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) आधार निर्माण के लिए आने वाले सभी अनुरोधों की निगरानी करेंगे। सभी वेरिफिकेशन प्रक्रिया को 180 दिनों के भीतर पूरा करना होगा। हालांकि यदि वेरिफिकेशन के दौरान किसी प्रकार की त्रुटि पाई जाती है, तो राज्य सरकार के अधिकारी आधार नामांकन को रद्द कर सकते हैं।
नामांकन के बाद क्या करें?
वेरिफिकेशन प्रक्रिया के सफल समापन के बाद ही आधार कार्ड आवेदकों को जारी किया जाएगा। इसलिए, आवेदकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने सभी दस्तावेज सही और पूर्ण रूप से जमा करें। वेरिफिकेशन के लिए आवेदकों को अपने नजदीकी आधार केंद्र पर जाना होगा।
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वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उद्देश्य
इस बदलाव का उद्देश्य आधार वेरिफिकेशन को और अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बनाना है। फिजिकल वेरिफिकेशन से पहचान चोरी और फर्जी नामांकन की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी। राज्य सरकार की भागीदारी से इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ेगी।
नये नियमों का लाभ
नए नियमों के लागू होने से आधार वेरिफिकेशन में आने वाली त्रुटियों को दूर करने और प्रक्रिया को अधिक संगठित बनाने में मदद मिलेगी। जिन लोगों को पहली बार आधार कार्ड की आवश्यकता है, उन्हें अपनी पहचान स्थापित करने में सहूलियत होगी।
यह बदलाव आधार वेरिफिकेशन प्रक्रिया को और अधिक व्यापक और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि आप आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में हैं, तो इन नए नियमों का पालन करना आपके लिए आवश्यक होगा।