भारत सरकार ने आधार कार्ड से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे अब नाम और जन्मतिथि में सुधार करना पहले से कठिन हो गया है। पहले जहां किसी भी प्रकार के दस्तावेज़ से Aadhar Card में नाम और जन्मतिथि में बदलाव करना आसान था, अब यह प्रक्रिया सख्त हो गई है। इस नियम के लागू होने से अब जिन लोगों के आधार कार्ड में जन्मतिथि गलत दर्ज हो गई है उनको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
नए नियम के तहत बदलाव
आधार कार्ड में नाम और जन्मतिथि में सुधार के लिए अब आपको जन्म प्रमाण पत्र (Birth certificate) या हाई स्कूल प्रमाण पत्र (school certificate) लगाना अनिवार्य होगा। पहले यह प्रक्रिया बिना किसी विशेष दस्तावेज़ के पूरी की जा सकती थी, लेकिन अब इसके लिए अधिक सख्त नियम लागू किए गए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में कई महिलाओं के पास जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल सर्टिफिकेट नहीं होते हैं, जिससे उन्हें इस प्रक्रिया में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
जन्मतिथि में सुधार के लिए ये किया जा सकता है
ऐसे मामलों में, जहां जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं है, संबंधित अधिकारी द्वारा पूछताछ और MBBS डॉक्टर से सत्यापित पत्र, या किसी विधायक, सांसद गजेटेड अधिकारी से सत्यापित लेटर प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए विशेष रूप से चुनौती पूर्ण हो सकती है, जिनके पास प्रामाणिक दस्तावेज़ नहीं हैं।
आधार कार्ड से जुड़े नए नियमों ने नाम और जन्मतिथि में सुधार करने की प्रक्रिया को सख्त कर दिया है। अब इन बदलावों के लिए प्रमाणित दस्तावेज़ की आवश्यकता होगी, जिससे कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सरकार द्वारा जारी इन नियमों का उद्देश्य प्रक्रिया को अधिक प्रामाणिक और सुरक्षित बनाना है।