हाल ही में सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) के ग्राहकों को अपनी PAN Card जानकारी 24 घंटे के भीतर अपडेट करनी होगी, अन्यथा उनका खाता बंद कर दिया जाएगा। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है, और Press Information Bureau (PIB) ने इसे एक साइबर धोखाधड़ी बताते हुए स्पष्ट किया है। PIB ने चेतावनी दी है कि यह इंडिया पोस्ट द्वारा जारी कोई आधिकारिक संदेश नहीं है, बल्कि साइबर अपराधियों की साजिश है।
PIB ने जारी किया अलर्ट
PIB ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार के संदेश पूरी तरह से फर्जी हैं। इनका उद्देश्य लोगों को गुमराह कर उनकी निजी और वित्तीय जानकारी चोरी करना है। वायरल मैसेज में कहा गया है कि ग्राहक अपने PAN कार्ड की जानकारी जल्द से जल्द अपडेट करें, अन्यथा उनका बैंक खाता बंद कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, एक संदिग्ध लिंक भी साझा किया जा रहा है जिसे क्लिक करने की सलाह दी जा रही है।
PIB ने बताया कि इंडिया पोस्ट कभी भी अपने ग्राहकों को इस प्रकार के लिंक या संदेश नहीं भेजता। ऐसे संदेशों में दिए गए लिंक को क्लिक करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह एक साइबर फ्रॉड का हिस्सा हो सकता है।
साइबर धोखाधड़ी कैसे काम करती है?
साइबर अपराधी विश्वसनीय दिखने वाले संदेश भेजकर लोगों को भ्रमित करते हैं। इन संदेशों में यह दावा किया जाता है कि यदि ग्राहक अपनी PAN जानकारी अपडेट नहीं करेंगे तो उनका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। ये संदेश इतने पेशेवर तरीके से बनाए जाते हैं कि ग्राहक इसे सच मान लेते हैं।
लिंक पर क्लिक करने के बाद, उपयोगकर्ताओं से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है, जैसे PAN नंबर, बैंक खाता डिटेल्स और पासवर्ड। यह जानकारी अपराधियों के हाथों में जाती है, जिसे वे वित्तीय धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे फर्जी संदेशों से बचने के उपाय
PIB और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें।
- पर्सनल डिटेल साझा न करें: अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति या प्लेटफॉर्म पर साझा न करें।
- बैंक या संस्था से पुष्टि करें: यदि कोई संदेश संदिग्ध लगे, तो सीधे संबंधित बैंक या संस्था से संपर्क करें।
- साइबर अपराध की रिपोर्ट करें: यदि आप किसी फर्जी संदेश का शिकार हो जाएं, तो इसे तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें।